पंजाब में बंधुआ मजदूर बनाए गए राजेश से मिले परिजन
थराली एसडीएम ने कौब गांव पहुंचकर ली जानकारी

चमोली। आखिरकार पंजाब में बंधुआ मजदूर बनाए गए चमोली के युवक तक परिजन पहुंच गए हैं। यह सब पंजाब की एक सामाजिक संस्था के सहयोग से मुमकिन हो पाया। यह युवक बीते 17 सालों से गौशाला में काम करता था। जिसे गौशाला मालिक ने बंधुआ मजदूर बनाकर रखा था। अब संस्था ने युवक को बंधुआ मजदूरी से मुक्त कर उसे परिजनों को सौंप दिया है।
दरअसल, पंजाब के अमृतसर के किसी गांव में एक गौशाला में काम करते एक युवक का वीडियो सामने आया था। जिसमें युवक पंजाब की एक सामाजिक संस्था के कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करता दिखा था। युवक अपना नाम राजेश पुत्र आशा लाल निवासी चमोली (उत्तराखंड) बता रहा था। युवक ये भी कहता नजर आता है कि वो उनसे ज्यादा बात नहीं करेगा और काम नहीं करने पर मालिक उसकी पिटाई करेगा।
युवक बताता है कि वो सालों से मालिक के गौशाला में काम करता आ रहा है। इस वीडियो की चमोली पुलिस प्रशासन ने पड़ताल की तो पता चला कि साल 2008 में कौब थान गांव के आशा लाल का बेटा राजेश करीब 15 साल की उम्र में किसी बात से नाराज होकर घर छोड़ कर चला गया था। उसके बाद से युवक का अपने परिजनों के साथ किसी भी तरह का संपर्क नहीं रह गया था। बताया जा रहा है कि इस वीडियो सामने आने से पहले ही संस्था ने युवक के परिजनों से संपर्क साध लिया था। जिसमें संस्था से जुड़े लोगों ने परिजनों को युवक के कुशलक्षेम की जानकारी दी।
युवक के संबंध में जानकारी मिलने के तत्काल परिजन भी कौब गांव से पंजाब के लिए रवाना हुए। जहां संस्था ने युवक को गौशाला मालिक के चंगुल से छुड़ा लिया था। ऐसे में परिजनों ने पंजाब पहुंचकर युवक से मुलाकात की। सालों बाद सकुशल बरामदगी पर परिजनों में अलग ही खुशी देखने को मिली। बता दें कि आज ही गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी इस युवक से जुड़ा वीडियो भी शेयर किया है। जिसमें उन्होंने पंजाब के राज्यपाल से बात करने का जिक्र किया है। अब युवक की परिजनों से मुलाकात हो गई है।