कोटद्वार। कोटद्वार तहसील अंतर्गत आने वाली मालन, सुखरों और खो नदी में अवैध खनन जोरों पर चल रहा है। इसी कड़ी में अवैध खनन पर संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 30 टैक्टर ट्राली को जब्त किया है। अवैध खनन के चलते साल 2023 में भीषण आपदा में मालन, सुखरों और खो नदी पर करोड़ों रुपये की लागत से बने पुल जमींदोज हो गए थें।
बता दें कि उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण और जिलाधिकारी आशीष चौहान ने खनन रोकने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद वन विभाग,राजस्व विभाग और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम बनाई गई थी। टीम का गठन होने के बाद भी खनन माफिया नदियों का सीना चीर रहे हैं। कोटद्वार उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी ने बताया कि जिलाधिकारी पौड़ी के निर्देश पर अवैध खनन पर रोकथाम के लिए वन विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस कार्य कर रही है।
अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई और रोकथाम के लिए आवाज उठाने वाले मुजीब नैथानी ने बताया कि कोटद्वार की मालन, सुखरों और खो नदी में खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। आए दिन खनन माफिया खनन करके नदियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि साल 2022-2023 में नदियों का चौनलाइजिंग के नाम पर खनन किया गया। जिसके कारण नदियों बाढ़ में जैसी स्थिति पैदा हुई और खो नदी में 35-40 लोगों के घर नदी की चपेट में आ गए।
तराई पश्चिमी वन प्रभाग ने रामनगर, काशीपुर, बन्ना खेड़ा, बाजपुर, काशीपुर आदि क्षेत्रों में अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई की है। 200 वाहनों को जब्त करते हुए उनसे 3 करोड़ से ज्यादा का राजस्व वसूला गया है। साथ ही 10 वाहनों को राजकीय संपत्ति घोषित किया गया है।