उतराखंडभ्रष्टाचार

मसूरी नगर पालिका पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच शुरू

अपर निदेशक शहरी विकास की टीम पहुंची ग्राउंड जीरो

भ्रष्टाचार और अनिमितताओं के खिलाफ जांच शुरू की

मसूरी। नगर पालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार और अनियमितता को लेकर पूर्व में एसडीएम मसूरी द्वारा जांच की गई थी। जिसमें कई निर्माण कार्यों में अनियमितताएं पाई गई थी। जिसको लेकर एसडीएम मसूरी द्वारा शासन स्तर पर कार्रवाई के लिये भेजा गया था। एक बार फिर शहरी विकास निदेशालय की चार सदस्य टीम द्वारा मसूरी में आरटीआई एक्टिविस्ट राकेश अग्रवाल की शिकायत पर विभिन्न निर्माण कार्याे में कि गए भ्रष्टाचार और अनिमितताओं के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।
मसूरी नगर पालिका परिषद में शहरी विकास निदेशालय की चार सदस्यीय टीम अपर निदेशक शहरी विकास निदेशालय में डॉक्टर ललित नारायण मिश्रा के नेतृत्व में पहुंची। नगर पालिका को लेकर की गई शिकायतों की पत्रावली को खंगाला गया। शिकायतों पर अनिमितताएं देखने को मिलीं। टीम द्वारा स्थलीय निरीक्षण भी किया गया। नगर पालिका में शहरी विकास निदेशालय की टीम के द्वारा की जा रही जांच के बाद नगर पालिका परिषद में हड़कंप मच गया है। नगर पालिका के अधिकारी अपना अपना स्पष्टीकरण देने की कोशिश कर रहे हैं। परंतु जांच समिति को कई मामलों में अनियमिताएं मिली हैं। यह माना जा रहा है कि जल्द नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष अनुज गुप्ता और पालिका बोर्ड के साथ अधिकारियों पर कार्रवाई की जा सकती है।
डॉ ललित नारायण मिश्रा अपर निदेशक शहरी विकास निदेशालय ने बताया कि नगर पालिका परिषद मसूरी में व्याप्त भ्रष्टाचार और अनिमितताओं को लेकर आरटीआई एक्टिविस्ट राकेश अग्रवाल द्वारा शिकायत की गई थी। जिसको लेकर उनके द्वारा कई तथ्य भी दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि कई निर्माण कार्य जो पूर्व में हो चुके थे, उनको लेकर दोबारा टेंडर लगाए गए हैं। कई कार्य कोटेशन खुलने से पहले ही हो चुके हैं, जिसकी जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है। 4 सदस्यीय जांच टीम मसूरी नगर पालिका में शिकायत को लेकर विभिन्न दस्तावेजों को खंगाल रही है। जिन पत्रावलियों में अनिमितताएं दिख रही हैं, उनका भौतिक निरीक्षण भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द जांच की रिपोर्ट शासन को सौंपी जायेगी।

आरटीआई एक्टिविस्ट ने की है शिकायत
आरटीआई एक्टिविस्ट राकेश अग्रवाल ने कहा कि नगर पालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार और अनियमितता को लेकर वह समय-समय पर शासन प्रशासन से शिकायत करते रहे हैं। नगर पालिका द्वारा कई काम कोटेशन खुलने से पहले कर दिए गए थे। वहीं कई निर्माण कार्य को कागजों में दोबारा कराया जा रहा था। अग्रवाल ने आरोप लगाया कि पूर्व पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता द्वारा अपने खास लोगों को फायदा पहुंचाने के लिये नियमों को ताक पर रख कर अनैतिक कार्य किये गए हैं। जिसमें पालिका के अधिकारी भी मिले हुए हैं। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा 150 से अधिक निर्माण कार्यों की तथ्यों के साथ शिकायत की गई है, जिनकी जांच की जा रही है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि भ्रष्टाचार और सरकारी धन का दुरुपयोग करने वाले नेताओं और अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की जाए।

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