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स्निफर डॉग्स की मदद से छेनागाड़ में लापता लोगों की तलाश

बीते 28 अगस्त को छेनागाड़ में बादल फटने से बाजार का मिटा था अस्तित्व

मलबे में लापता चल रहे हैं नौ लोग, एनडीआरएफ टीम ने छेनागाड़ में किया सर्च ऑपरेशन
रुद्रप्रयाग। छेनागाड़ में आई आपदा के बाद लापता लोगों की ढूंढखोज को लेकर अब खोजी कुत्तों की मदद ली गई है। एनडीआरएफ की टीम खोजी कुत्तों के साथ रेस्क्यू अभियान चला रही है। मलबे में लापता लोगों की तलाशा की जा रही है।
जिले के छेनागाड़ में आई आपदा को 12 दिन का समय बीत गया है। आपदा में लापता नौ लोगों का अब तक कोई भी सुराग नहीं लग पाया है। ऐसे में जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ और खोजी कुत्तों की मदद ली है। सोमवार को खोजी कुत्तों के साथ पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने मलबे को साफ किया। मलबे को साफ करने के बाद लापता लोगों की खोजबीन की जा रही है। एनडीआरएफ कमांडेंट सुदेश कुमार के कुशल निर्देशन और सहायक कमांडेंट सुनील कुमार के नेतृत्व में सब इंस्पेक्टर संजय भट्ट इस अभियान को अंजाम दे रहे हैं।
सब इंस्पेक्टर संजय भट्ट ने बताया कि छेनागाड़ में बादल फटने की घटना से पूरा बाजार मलबे में दब गया है। यहां आपदा ने तबाही मचाई है, जिसमें अब तक नौ लोगों के लापता होने की सूचना है। उन्होंने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य जारी है, जिसमें एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और अन्य एजेंसियों की टीमें संयुक्त रूप से काम कर रही हैं। इस आपदा में कई घर और अन्य ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बचाव दल राहत कार्यों में जुटे हुए हैं और लापता लोगों की तलाश जारी है। बताया कि खोज अभियान के दौरान टीम ने मलबे को हटाकर और खोजी कुत्तों की मदद से लापता लोगों की तलाश की।
एनडीआरएफ की टीम ने अपने प्रयासों में जीवन का पता लगाने वाले उपकरणों और स्निफर डॉग्स का उपयोग किया है, जो मलबे में दबे हुए लोगों का पता लगाने में मदद करते हैं। हालांकि अभी तक कोई नया सुराग नहीं मिला है, लेकिन खोज अभियान जारी है।

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