
देहरादून। सोमवार रात से जारी देहरादून के तमाम हिस्सों में भारी बारिश के कारण जगह-जगह तबाही के मंजर देखे जा रहे हैं। राजधानी दून के सहस्त्रधारा, मालदेवता, टपकेश्वर महादेव मंदिर समेत तमाम स्थानों पर स्थितियां काफी अधिक गंभीर हो गई है। इस विनाशलीला में दून स्थित टपकेश्वर महादेव मंदिर की तस्वीर ही बदल दी। मंदिर के भीतर पानी के साथ मलबा घुस गया। इस दौरान मंहतों ने भागकर अपनी जान बचाई।
राजधानी देहरादून के गढ़ीकैंट क्षेत्र में स्थित प्राचीन टपकेश्वर महादेव मंदिर में भारी बारिश के चलते समीप से बह रही तमसा नदी पूरे उफान पर आ गई। तमसा नदी का जलस्तर लगभग 30 फीट ऊंचाई तक आ गया। बताया जा रहा है कि पहली बार ऐसा हुआ है, जब तमसा नदी पहाड़ से आए मलबे के साथ टपकेश्वर महादेव मंदिर की गुफा में भी चली गई। तपेश्वर महादेव मंदिर के चारों तरफ मौजूद अन्य मंदिर परिसर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। इसके साथ ही महादेव मंदिर के गुफा के अंदर का दृष्ट भी चौंकाने वाला हो गयामंदिर के बताया जा रहा है कि सुबह 5 बजे के आसपास तमसा नदी का जलस्तर अपने सामान्य स्तर से लगभग 30 फीट ऊपर तक बहने लगा। बहाव इतना तेज था कि आसपास मौजूद सभी निर्माण को उसने तोड़ दिया। इसी तेज बहाव की वजह से गुफा के अंदर भी न सिर्फ पानी घुस गया बल्कि मलबा भी पूरा भर गया है। टपकेश्वर महादेव मंदिर की गुफा में जिस रास्ते से श्रद्धालु जाते हैं, उस रास्ते पर पूरा मलबा जमा हो गया है।
सुबह 5 के आसपास जब तमसा नदी का बहाव काफी तेज हुआ और गुफा में पानी आने लगा तो वो और उनके साथ वहां मौजूद अन्य महंत भी मंदिर के पीछे से पहाड़ी चढ़कर बाहर निकले। इस मलबे ने मंदिर के अंदर पूरी तरह से तबाही मचा दी है। हालांकि, शिवलिंग को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और वह पूरी तरह से सुरक्षित है।