उतराखंडनेत्र दान

“परिजनों ने कराए नेत्रदान”

ऋषिकेश: देश में 83% रक्तदाता समाज के लिए रक्तदान करते हैं, लेकिन सीमा पर शहीद होने वाले जवान और मृत्यु के पश्चात नेत्रदान करने वाले 100% समाज के लिए ही कार्य करते हैं। इसी कड़ी में राधेश्याम बहल और श्रीमती माया जैन के परिजनों द्वारा नेत्रदान कर समाज में नेत्रहीनों के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य किया गया।

लायंस क्लब ऋषिकेश देवभूमि के जनसंपर्क अधिकारी मनमोहन भोला ने बताया कि गत बृहस्पतिवार को वीरभद्र मार्ग आवास विकास ऋषिकेश निवासी राधेश्याम बहल का देहरादून के एक निजी चिकित्सालय में निधन हो गया था। निधन के समय नेत्रदान का महत्व जानने वाली उनकी पुत्रवधू निष्ठा बहल ने अपने पति विक्की बहल के माध्यम से नेत्रदान कार्यकर्ता और लायंस क्लब ऋषिकेश देवभूमि के चार्टर अध्यक्ष लायन गोपाल नारंग को सूचित किया। श्री नारंग के आग्रह पर मिशन से जुड़ी इंद्रेश हॉस्पिटल की नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर स्तुति ने अपनी टीम के माध्यम से नेत्रदान करा दोनों कॉर्निया सुरक्षित रूप से प्राप्त किए।

इसी प्रकार, देर रात आवास विकास निवासी श्री अशोक जैन की पत्नी श्रीमती माया जैन का भी निधन हो गया। निधन के बाद परिजनों ने जैन समाज के पदाधिकारीगण को सूचित किया। शोक प्रकट करने पहुंचे दृष्टिदूत अरविंद जैन, जो पूर्व में भी नेत्रदान के लिए प्रेरित करते रहते हैं, ने परिजनों से नेत्रदान के लिए आग्रह किया और स्वीकृति प्राप्त की। उन्होंने श्री नारंग को भी इस बारे में बताया। श्री नारंग के आग्रह पर ऋषिकेश आई बैंक, एम्स हॉस्पिटल की डॉक्टर कामना वर्मा और संदीप ने निवास पर जाकर दोनों कॉर्निया सुरक्षित रूप से प्राप्त किए।

नेत्रदान के इस पुनीत कार्य पर जैन मिलन के अध्यक्ष पी. के. जैन, नूतन अग्रवाल और तनु जैन ने परिवार को साधुवाद दिया।

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