ऋषिकेश। विद्यार्थियों से लेकर शिक्षकों को समाज में बढ़ती नस्ल भेद की समस्या से जागरूक करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आवाज बुलंद करने की तैयारी शुरू की जा चुकी है जिसमें 30 अगस्त से जर्मनी में होने वाले अंतरराष्ट्रीय स्कोरामीट 2024 वसुधैव कुटुंबकम का संदेश भारत की ओर से दिया जाएगा, भारत से इस आयोजन में करीब 100 सदस्य भाग लेंगे जिसमें डी0एस0बी0 इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के विद्यार्थी एवं शिक्षक भी शामिल है। इस संदर्भ में अध्यापकों के साथ बैठक का आयोजन किया गया जिसमें जर्मनी में होने वाली वर्कशॉप के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई इस आयोजन में ऋषिकेश के अलावा सोनीपत, जयपुर, सीकर आदि स्कूलों के विद्यार्थियों विद्यार्थी एवं शिक्षक भाग लेंगे।
इस शांति योजना के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का भारत अगला मेजबान होगा छत्तीसगढ़ के रायपुर में यह अगले साल सितंबर में आयोजन किया जाएगा जिसमें जापान, कनाडा, यूके नए देश के रूप में शामिल होंगे।
जर्मनी के लिए भारतीय दल 29 अगस्त को रवाना होगा तथा 30 अगस्त से अंतरराष्ट्रीय वर्कशॉप शुरू होगी जो की 7 दिन तक चलेगी इस दौरान विभिन्न देश नस्ल भेद और जातीय आधारित शिक्षा व्यवस्था को लेकर मंथन करेंगे ऐसा प्रस्ताव पारित किया जाएगा जिसमें समाज के हर वर्ग को एक नजर से देखा जाएगा।
इस स्कोरामीट के पश्चात छात्र-छात्राएं तीन अन्य यूरोपीय देशों के दौरे पर भी रवाना होंगे और 16 सितंबर 2024 को वापस लौटेंगे ।
आयोजन को लेकर सभी में काफी उत्साह है
पूरे विश्व में शांति एवं सद्भावना हो इसी उद्देश्य के साथ पहली बार इस स्कोरामीट का आयोजन जर्मनी में किया जा रहा है। जिसमें विभिन्न देशों के शिक्षक, विद्यार्थी एवं समाजवादी व्यक्ति हिस्सा लेंगे, आयोजन को लेकर सभा में काफी उत्साह है भावी पीढ़ी को एक बेहतर माहौल के लिए तैयार करने के लिए यह आयोजन किया जा रहा है ।
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने अंतरराष्ट्रीय स्कोरामीट 2024 में सम्मिलित होने वाले सभी विद्यार्थियों व अध्यापक को प्रोत्साहित कर जर्मनी के लिए रवाना किया ।