*कांग्रेसियों का पार्टी छोड़ने से चुनावी रेस में पिछड़ने का खतरा,भाजपा चुनावी रेस में आगे*
पौड़ी। गढ़वाल सीट पर कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। प्रत्याशी ने अपनी ओर से अपना प्रचार भी धुआंधार शुरू कर दिया है। लेकिन गढ़वाल के नेताओं के एक बाद एक करके कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस को मझधार में छोड़ दिया है। इसके साथ ही अब गढ़वाल सीट पर प्रत्याशी को जीताने के लिए पार्टी की कौन- कौन सा पैंतरा अपनाती है जिससे प्रत्याशी रेस बने रहे।
वहीं भाजपा बीते रोज बदरीनाथ के विधायक राजेंद्र भंडारी समेत कई लोगों के शामिल होने के बाद चुनावी जंग रेस में आगे दिखती नजर आ रही है। इन दिनों सोशल मीडिया पर भंडारी का प्रचार प्रसार काफी वायरल हो रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का पार्टी छोड़ना लोगों को खासा पसंद नहीं आ रहा। हालांकि भाजपा और कांग्रेस के दोनों के प्रत्याशी किसी मुकाबले में एक दूसरे से कम नहीं दिखते है। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनावी जंग और तेज हो जाएगी। जहां पर दोनों ओर आरोप प्रत्यारोपों का चलेगा। वहीं भाजपा को इन नेताओं से कितना फायदा मिलेगा। यह परिणाम घोषित आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। मगर फिलहाल कांग्रेस नेताओं के लगातार पार्टी साथ हाथ छोड़ने से मुश्किलें बढ़ना लाजिमी है। उत्तराखंड के हर क्षेत्र से छोटे- बड़े नेताओं का इस तरह से पार्टी से चले जाना कांग्रेस हाईकमान के लिए सोचनीय विषय बनकर रह गया है।