उतराखंडशासन

युवकों को विदेश में बंधक बनाकर कराया जा रहा साइबर फ्राड

मुख्यमंत्री धामी ने लिया मामले का संज्ञान

एसएसपी अजय सिंह ने भारत सरकार की ऐजेन्सियों से किय सम्पर्क
परिजनों ने पुलिस ने सरकार से लगाई वापस लाने की गुहार
देहरादून। एजेंट व उसके साथियों ने बैंकॉक से युवकों को अगवा कर बॉर्डर पार कराकर उत्तराखण्ड व अन्य प्रदेश के भारतीय युवको को म्यांमार में बंधक बनाकर साइबर फ्रॉड कराये जाने के प्रकरण को एसएसपी अजय सिंह ने गंभीरता लिया है। एसएसपी देहरादून भारतीय विदेश मंत्रालय,आसूचना ब्यूरो सहित अन्य मुख्य ऐजेन्सियो से सम्पर्क कर युवको को छुडाने हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
रायवाला के एक युवक को उसके अन्य भारतीय साथियों के साथ विदेश (बैंकॉक) में नौकरी दिलाने के नाम पर उनको म्यांमार में किसी अज्ञात स्थान पर बंधक बनाने व उत्तराखण्ड के अन्य लोगो को भी बंधक बनाये जाने का प्रकरण सज्ञांन में आया है, जिसमें त्वरित कार्रवाई करते हुए थाना रायवाला में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस प्रकरण में विदेश मंत्रालय भारत सरकार ,आसूचना ब्यूरो तथा अन्य सम्बन्धित एजेन्सियो से लगातार समन्वय स्थापित करते हुए युवकों की वापसी के लिये हर सम्भव प्रयास किये जा रहे है।
जिया गौतम पुत्री श्री सीताराम गौतम ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून से मुलाकात कर एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया, जिसमें उनका भाई विधान गौतम, जो आईटी सेक्टर में काम करने के लिए माह मार्च 2024 मे दुबई गया था तथा वहाँ से अपने 7 अन्य भारतीय साथियों के साथ माह मई 2024 में घर वापस आ गया था। माह मई 24 में गुजरात निवासी एजेंट जय जोशी ने उनके भाई विधान गौतम को वीडियो कॉल किया तथा उनके भाई व उसके 7 साथियों को थाइलैण्ड मे बडी आईटी कंपनी में जॉब दिलाने व अच्छी सैलरी दिये जाने की बात कह कर वीडियो कॉल के माध्यम से सभी का स्क्रीनिंग टेस्ट लिया गया तथा सभी को बताया की उनका सलेक्शन बैंकॉक की आईटी कम्पनी में हो गया है और बताया कि इंडिया से बैंकॉक, थाइलैण्ड जाने का सारा खर्चा व सुविधाएं कंपनी देगी तथा गत 21 मई 2024 को एजेंट जय जोशी उनके भाई विधान और 7 अन्य साथियों को दिल्ली से लेकर बैंकाक, थाईलैंड पहुंचा। उसके उपरान्त उनका अपने भाई विधान से सम्पर्क नहीं हो पाया, जिसपर उन्होंने जय जोशी से संपर्क किया, तो जय जोशी ने उन्हें गुमराह कर बताया की विधान को अच्छी जॉब मिली है, और वह ज्यादा व्यस्त होने के कारण बात नहीं कर पा रहा है, उसके बाद जय जोशी से उनकी कोई बात नहीं हो पाई। कुछ समय बाद शिकायतकर्ता के पिता के व्हाट्सएप नंबर पर विधान गौतम का व्हाट्सएप कॉल आया और उसने बताया की जय जोशी ने हमारे साथ धोखाधड़ी की है, तथा विधान और उसके 7 साथियों को बैंकाक एयरपोर्ट से एजेंट के साथियों ने बंदूक दिखाकर उन सभी को अगवा कर वहाँ से म्यांमार बार्डर क्रॉस कराया गया, जहां उन्हे बधंक बनाया गया है, वहां पर लगभग 70 भारतीय युवकों सहित अन्य देशों के कुल करीब 200 लोगों को बंधक बनाकर रखा गया है, जिनमे से 10 युवक उत्तराखंड से है तथा उन्होंने हमे प्रताड़ना देते हुए हमसे साइबर फ्राड का काम करवाया जा रहा है तथा जो इनकी बात नहीं मानता, उसे मार दिया जाता है। यदि हमें इनके कब्जे से जल्द नहीं छुड़ाया गया तो यह लोग हमें भी मार देंगे।

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