
रुद्रप्रयाग। धनपुर क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में पिछले कुछ समय से जंगली जानवरों का आतंक बना हुआ है। भालू और गुलदार का खौफ बच्चों, महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों में देखने को मिल रहा है। ग्रामीण सुबह और शाम के समय घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, जबकि दिन के समय झुंड बनाकर चल रहे हैं। बच्चे तो रास्ते भर हो-हल्ला मचाकर और थालियां बजाकर निकल रहे हैं। जंगली जानवरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए जनप्रतिनिधि भी जिला कलक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन को मजबूर हो गए हैं।
इन दिनों जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में गुलदार और भालू का आतंक बना हुआ है। जिला मुख्यालय में ही गुलदार हर रात को दिखार्द दे रहा है तो ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगहों पर भालू के साथ गुलदार भी दिखाई दे रहे हैं। जंगली जानवर घास काटती महिलाओं को अपना शिकार बना रहे हैं तो घरों के आस-पास भी घात लगाए हुए हैं। जिले के धनपुर क्षेत्र में स्थिति ज्यादा ही खराब बनी हुई है। डीएम प्रतीक जैन को सौंपे पत्र में विकासखण्ड अगस्त्यमुनि की ग्राम पंचायत क्यार्की के प्रधान राकेश मोहन ने कहा कि जंगली जानवर लगातार ग्रामीणों पर जानलेवा हमला कर रहे हैं, जिस कारण ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है। कई बार पशुधन पर हमला होने तथा बच्चों एवं बुजुर्गों के लिए खतरा उत्पन्न होने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। क्षेत्र वासी लगातार अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और किसी भी समय बड़ी दुर्घटना होने की आशंका बनी हुई है। उन्होंने कहा कि उक्त घटनाओं को कम करने के लिए शासन-प्रशासन से उचित कार्यवाही करने की गुहार लगाई जा रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही मामले में ठोस कार्यवाही नहीं हुई तो 12 दिसम्बर से जिला कार्यालय में धरना-प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।










