ऋषिकेश: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश में 10 वें अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के तहत विभिन्न यौगिक गतिविधियों का आयोजन किया गया। 9 दिवसीय श्रंखलाबद्ध कार्यक्रमों के अंतर्गत नियमिततौर पर होने वाली गतिविधियों में फैकल्टी सदस्य, चिकित्सक, नर्सिंग ऑफिसर्स, मेडिकल एवं नर्सिंग स्टूडेंट्स प्रतिभाग कर रहे हैं।
संस्थान के आयुष विभाग के तत्वावधान में 10 वें अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के उपलक्ष्य में कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित योग कार्यक्रमों में विभिन्न कार्य दिवसों पर संस्थान के विभिन्न कर्मचारी समूहों ने हिस्सा लिया।
अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के उपलक्ष्य में बुधवार को आयोजित कार्यक्रम के तहत संस्थान के “नर्सिंग ऑफिसरों के लिए योग सत्र का आयोजन किया गया जिसमें 100 से अधिक नर्सिंग अधिकारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर डा. श्वैता मिश्रा ने स्वस्थ रहने के लिए योग को दिनचर्या का हिस्सा बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि योग ही हमें निरोगी रख सकता है।
इस दौरान डॉ. मोनिका पठानिया ने तनाव व चिंता प्रबंधन की रणनीतियों पर चर्चा की और प्रतिभागियों को इनसे बचाव के उपाय सुझाए। आयुष विभाग के चिकित्सक डॉ. श्रीलोय मोहंती ने तनाव कम करने विषयक अपने व्याख्यान में बताया कि हम अपने कार्य स्थल पर कम समय में योग विधाओं का अभ्यास कर किस तरह से अपनी कार्यक्षमता को बढ़ा सकते हैं।
कार्यक्रम समन्वयक व आयुष चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीलोय मोहंती ने बताया कि योग महोत्सव के अंतर्गत कार्यक्रमों की श्रंखला बीती 13 जून 2024 को शुरू की गई थी। जिसके तहत प्रथम दिवस संस्थान के “नर्सिंग छात्रों के लिए योग” विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 90 नर्सिंग छात्रों को दैनिक योगाभ्यास का महत्व बताया गया, इस दौरान विद्यार्थियों ने विभिन्न यौगिक क्रियाओं का अभ्यास किया।
जबकि 15 जून को एम्स परिसर में संस्थान के सुरक्षाकर्मियों के लिए योग सत्र आयोजित किया गया, जिसमें लगभग 60 सदस्यों की भागीदारी की, इस दौरान विशेषज्ञों ने उन्हें योग से स्वास्थ्य संवर्धन के गुर सिखाए। इसी क्रम में 18 जून को विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें करीब 150 प्रशासनिक कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।
एम्स की जिरियाट्रिक मेडिसिन चिकित्सा विभाग की अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. मोनिका पठानिया ने कार्यशाला में तनाव और चिंता को एकीकृत चिकित्सा एवं योग के माध्यम से दूर करने के तौरतरीके बताए, जबकि योग प्रशिक्षक श्री जोशी ने प्रतिभागियों को चेयर योग का अभ्यास कराया। योग और प्राकृतिक चिकित्सा में चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्वेता मिश्रा ने योग की विभिन्न विधाओं से स्वास्थ्य कल्याण के मार्ग के रूप में उजागर किया व विभिन्न पद्धतियों से रूबरू कराया। कार्यक्रम में आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी राहुल काटकर, पीएचडी छात्र और आयुष विभाग के कार्मिकों ने प्रतिभाग किया।
बताया गया कि बृहस्पतिवार को संस्थान के फैकल्टी सदस्यों, सीनियर रेजिडेंट्स, जूनियर रेजिडेंट्स के लिए योग कार्यक्रम व अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 21 जून को सामुहिक योग प्रदर्शन व मुख्य कार्यक्रम का आयोजन संस्थान के मुख्य सभागार में किया जाएगा।