देहरादून। राजधानी देहरादून में बस में मासूम के साथ दरिंदगी के बाद रोडवेज प्रबंधन हरकत में आया है। रोडवेज प्रबंधन ने सभी चालकों व कंडक्टर के सत्यापन के आदेश दिए हैं। राजधानी देहरादून के आईएसबीटी में गैंगरेप की घटना के तीन दिन बाद आखिरकार रोडवेज ने तेजी दिखाते हुए अब अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। रोडवेज प्रबंधन ने तमाम अनुबंधित बसों पर चल रहे चालक और कंडक्टर के पुलिस सत्यापन को अनिवार्य कर दिया है। अनुबंधित बसों के मालिक पर 25-25 हजार रुपए तात्कालिक जुर्माना लगाने के निर्देश दे दिए हैं। साथ ही आरोपियों की बर्खास्त की फाइल आगे बढ़ा दी गई है।
राजधानी देहरादून में घटी इस घटना के बाद रोडवेज प्रबंधन हरकत में आया है। जिसके तहत रोडवेज बसों की रोजाना शाम के समय नियमित जांच होगी, इसके साथ ही इस बात की रिपोर्ट भी सभी आईएसबीटी और मुख्यालय से अटैच ऑफिस को देनी होगी की कितनी बसों में सीसीटीवी कैमरे काम कर रहे हैं और पैनिक बटन लगे हुए हैं। दिन हो या रात 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा से जुड़े पैनिक बटन को ऑन करके रखना होगा।
राजधानी देहरादून के साथ-साथ अन्य बस अड्डे और आईएसबीटी में सुरक्षा गार्ड की दिन और रात की तैनाती बढ़ाई जाएगी। इसके लिए रोडवेज एमडी डॉक्टर आनंद श्रीवास्तव ने अतिरिक्त गार्ड लगाने के निर्देश विभाग को दिए हैं। साथ ही तमाम जगहों पर सीसीटीवी कैमरे भी अनिवार्य कर दिए गए हैं। आनंद श्रीवास्तव ने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि इसकी जितनी भी निंदा की जाए उतनी कम है।
उधर आज मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िता का बयान दिलवाया जा सकता है। पुलिस ने मजिस्ट्रेट के यहां बयान के लिए आवेदन किया है। इसके साथ ही देहरादून एसएसपी अजय सिंह की मानें तो आरोपियों की कस्टडी रिमांड जल्द ही मांगी जाएगी। मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर, गैंगरेप केस की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है। पुलिस की यही कोशिश होगी कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।