उतराखंडयोग

उदरीय योगाभ्यास के साथ अधम भस्त्रिका प्राणायाम का किया अभ्यास

ऋषिकेश: प. ल.मो.शर्मा ऋषिकेश परिसर,  श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के योग विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर  आयोजित निशुल्क साप्ताहिक योग शिविर के पंचम  दिवस पर दिन *उदर व्याधि मंदिर*  की थीम पर, उदर अर्थात पेट को प्रभावित सक्रिय करने वाले आसन जैसे – उत्तनपाद आसन, नौकासन, उदर आकर्षण, जानू शीर्ष, पश्चिमोत्तान आसन आदि योग के अभ्यास किए गए। उदर सौ रोगों का कारण है अतः यदि उदर मजबूत होगा तो रो प्रतिरोधक क्षमता भी अच्छी होगी, इस दशा में या तो रोग होंगे नही और यदि हुए भी तो तत्काल रोग ठीक भी हो जाते हैं क्योंकि ये सभी अभ्यास पाचक अग्नि के साथ समस्त 13 अग्नियो को सक्रिय कर स्वास्थ्य प्रदान करती है। इसी के साथ अधम भस्त्रिका  प्राणायाम का अभ्यास किया गया। विधिवत अधम भस्त्रिका प्राणायाम का अभ्यास उदरीय समस्त अंगों को शक्ति प्रदान करता है तथा नाड़ियों को उत्तेजित करता जिससे व्यक्ति संपूर्ण स्वास्थ्य को प्राप्त करता है।।इस अवसर पर ऋषिकेश परिसर के निदेशक प्रो० एम. एस रावत ने सदैव को भांति शिविर के प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया ।इस अवसर पर योगसमन्वयक प्रो0 वी.के गुप्ता, योग विभागाध्यक्ष डा. जेपी कंसवाल, डा. चंद्रेश्वरी नेगी, डा. वीना रयाल, डा. हिमानी नौटियाल के साथ  धीरज, सारिका, नीति, आरती, प्रिया,शिवानी, तनु, संध्या, दीक्षा आदि उपस्थित रहे।*

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