
ऋषिकेश: नेत्रदान के लिए जन-जागरूकता लगातार बढ़ रही है। अपने प्रियजनों के जाने का गम भूलाकर लोग समाज के लिए नेत्रदान कराने में आगे आ रहे हैं। हाल ही में श्रीमती लता अग्रवाल और श्री गोपाल बतरा के निधन के उपरांत परिजनों ने नेत्रदान कराया।

नेत्रदान कार्यकर्ता एवं लायंस क्लब ऋषिकेश देवभूमि के चार्टर अध्यक्ष श्री गोपाल नारंग के अनुसार, सत्यम विहार, भूपतवाला, हरिद्वार निवासी पूर्व उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ओ. पी. अग्रवाल की 70 वर्षीय पत्नी श्रीमती लता अग्रवाल का गत शुक्रवार निधन हो गया था। जीवनसाथी के जाने का गम भुलाकर डॉ. अग्रवाल ने मिशन से जुड़े श्री अनुराग शर्मा को सूचित किया। उनके आग्रह पर हिमालय अस्पताल की नेत्रदान टीम उनके निवास स्थान पर पहुँची और दोनों कॉर्निया सुरक्षित प्राप्त कर लिए।
इसी क्रम में, अद्वैतानंद मार्ग, ऋषिकेश निवासी 66 वर्षीय श्री गोपाल बतरा के निधन पर परिजनों ने श्री खेमकरण डंग से संपर्क किया, जिन्होंने पूर्व में अपने परिजन का नेत्रदान कराया था। उनके अनुरोध पर एम्स ऋषिकेश आई बैंक की टीम ने दोनों कॉर्निया सुरक्षित प्राप्त कर लिए।
कॉर्नियल अंधत्व को समाप्त करने के लिए स्वर्गीय रामशरण चावला द्वारा प्रारंभ की गई इस मुहिम में अब तक 406 दिवंगत व्यक्तियों के परिजन नेत्रदान करा चुके हैं।