
देहरादून। प्रदेश में डेंगू संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। वर्तमान स्थिति यह है कि अभी तक 41 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। लगातार बढ़ रहे डेंगू संक्रमित मरीजों के आंकड़े ने पिछले साल 2024 का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
उत्तराखंड में डेंगू के दस्तक का सीजन शुरू हुआ है। अगर यही स्थिति रही तो साल 2025 में डेंगू संक्रमित मरीजों की संख्या चिंताजनक हो सकती है। स्वास्थ्य विभाग डेंगू की रोकथाम के लिए तमाम बड़े कदम उठाने का दावा कर रहा है।
हर साल, गर्मी और बरसात के मौसम में डेंगू और चिकनगुनिया बीमारी फैलने की संभावना काफी अधिक रहती है। जिसका असर उत्तराखंड और खास कर राजधानी में देखने को मिलता है। इस साल भी प्रदेश में लगातार डेंगू संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, 2 मई तक 41 मरीज डेंगू से ग्रसित हो चुके हैं। इनमें से 24 मरीज देहरादून और 17 मरीज अन्य जिलों और राज्यों के शामिल हैं। राहत भरी खबर यह है कि अभी तक 31 मरीज ठीक हो चुके हैं। 10 मरीजों का इलाज अस्पतालों में चल रहा है। प्रदेश में बढ़ते डेंगू मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही गाइडलाइन जारी दी है। जिसके तहत सभी विभागों को अर्लट करने के साथ ही सोर्स रिडक्शन पर जोर दिया गया है। इसके अलावा, गाइडलाइन जारी करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने नगर निगमों व नगर निकायों को निर्देश दिए है कि नियमित रूप से सफाई अभियान, नाले-नालियों की सफाई, जलजमाव हटाने और कचरा निस्तारण पर विशेष ध्यान दें। सोर्स रिडक्शन के तहत आशा कार्यकर्ताओं की टीमों को प्रशिक्षित कर फील्ड में सक्रिय किया जाये।
सीएमओ डॉक्टर मनोज कुमार शर्मा ने बताया दून में मौजूद सरकारी और निजी अस्पतालों में 1200 बेड डेंगू मरीजों के लिए रिज़र्व रखा गया है। जरूरत के अनुसार रिजर्व बेड की संख्या को बढ़ाया जा सकता है। अगर डेंगू के मामले बढ़ते हैं तो उस दौरान क्या व्यवस्था रहेगी, इसके लिए दून जिला अस्पताल और एसपीएस अस्पताल ऋषिकेश से प्लान बनाने को कहा गया है।
मेयर सौरभ थपलियाल ने कहा डेंगू ने इस बार समय से पहले दस्तक दे दी है। जिसके चलते नगर निगम ने कमर कस ली है। ऐसे में फॉगिंग के लिए निगम ने 130 छोटी मशीनों और चार बड़ी मशीनों को तैनात किया गया है। जिसके जरिए देहरादून के वार्डों के साथ ही स्कूल कॉलेजों में फॉगिंग कराई जा रही है। वर्तमान समय में एंटी लार्वा टेंटर की संख्या 5 है। जिसे बढ़ाकर 10 किया जा रहा है।
पिछले कुछ सालों के भीतर डेंगू के मामले
साल 2024 में कुल 34 मामले सामने आए थे।
साल 2023 में 1201 मामले सामने आए थे।
जिसमें से 13 मरीजों की मौत हो गई थी।
साल 2022 में 1434 मामले सामने आए थे।
साल 2021 में 126 मामले सामने आए थे।
साल 2019 में 4991 मामले सामने आए।
इस दौरान 6 लोगों की मौत हुई थी।