उतराखंडप्रशासन

डीएम की कार्यशैली से भ्रष्ट अधिकारी परेशान, जनता में खुशी

जन शिकायतों का समाधान करने में तेजी दिखा रहे डीएम

अधिकारियों पर सख्ती बरते जाने से समय पर हो रहे काम
रुद्रप्रयाग। जिले में इन दिनों एक ही चर्चा है कि जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार का स्थानांतरण कब हो रहा है। जिले के अधिकारी पत्रकारों एवं राज नेताओं से एक ही सवाल रट-रटाए हुए हैं कि आखिर कब जिलाधिकारी का तबादला हो रहा है। इससे पूर्व जिले में कई जिलाधिकारी आये और चले गये, लेकिन पहली बार जिले के अधिकारियों में जिलाधिकारी को लेकर इतना खौफ बना हुआ है। यहां तक कि जिले के कई अधिकारियों ने मंदिरों में जिलाधिकारी के स्थानांतरण को लेकर मन्नते भी मांगी हुई हैं और मन्नतें पूरी होने पर चढ़ावे की भी मनोकामना कर रखी हैं।
दरअसल, जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार के कार्य करने की अलग ही शैली है। उनका पूरा फोकस जनता की समस्याओं पर ही रहता है और जो अधिकारी जनता की समस्याओं में टाल-मटोल और बहानेबाजी करते हुए पकड़े जा रहे हैं, उनकी खैर नहीं है। डीएम गहरवार ने तीन जुलाई 2023 को टिहरी गढ़वाल से स्थानांतरित होकर रुद्रप्रयाग जिले का कार्यभार संभाला था और बीस महीनों के कार्यकाल में निष्क्रिय अधिकारियों पर नकेल कसने में भी सफल रहे हैं। इसी बात को लेकर जिलाधिकारी के कड़क तेवरों से सालों से लंबित समस्याओं के समाधान के परिणाम भी सामने आने लगे हैं। जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार का जनता को स्पष्ट कहना है कि पहले अपनी शिकायत को लेकर संबंधित अधिकारियों से मिले और उसके बाद समस्याओं का समाधान न होने पर मुझसे मिलें। डीएम सौरभ गहरवार अधिकारियों को उनके कर्तव्यों का बोध करवा रहें हैं। डीएम की इस कार्यशैली से जहां जनता प्रसन्न है, वहीं अधिकारी उनके तेवरों से खौफ में हैं। जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार का अधिकारियों से स्पष्ट कहना है कि जनता की शिकायतें मुझ तक नहीं आनी चाहिए और संबंधित अधिकारी जनता की समस्याओं को प्रमुखता देते हुए निराकरण करने का प्रयास करें। अधिकारियों के कार्य करने की शैली को देखते हुए जिलाधिकारी ने कई अधिकारियों को फटकार भी लगाई है और कईयों को सुधरने की भी हिदायत दी है। वर्ष 2024-25 में जिले में हुए निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को लेकर भी एक कमेटी बनाई गई है, जिसमें सख्त निर्देश दिए हैं कि गुणवत्ता के साथ-साथ जमीन पर भी निर्माण कार्य दिखने चाहिए और पिछले पांच सालों में हुए विकास कार्यों की भी मौके पर जाकर अधिकारियों को जांच करने के निर्देश दिए हैं। पिछले पांच सालों में हुए निर्माण कार्यों की गुणवत्ता के साथ कई मुददे ऐसे भी थे, जो धरातल पर कहीं नहीं दिखे, जिस पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों के खिलाफ शासन को भी लिखा और कार्यवाही चल रही है। जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार की कार्यशैली से भ्रष्ट अधिकारियों का दिन का चैन और रात की नींद हराम हो रखी है और भगवान से अधिकारी एक ही प्रार्थना कर रहे हैं कि कब जिलाधिकारी का स्थानांतरण जिले से होगा। जिले के भ्रष्ट अधिकारियों ने जिलाधिकारी के स्थानांतरण को लेकर राजनेताओं एवं अपने आकाओं के घुटने तक पकड़ लिए हैं, लेकिन जिलाधिकारी का स्थानांतरण नहीं करा पाए।

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