
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम यात्रा में बर्फबारी और बारिश जिला प्रशासन के लिए चुनौती बन गई है। धाम में दूसरे दिन भी बर्फबारी जारी रही, जबकि गौरीकुंड-केदारनाथ 19 किमी पैदल मार्ग के कई जगहों पर पहाड़ी से बोल्डर गिर रहे हैं। वहीं अब तक केदारनाथ धाम में 7 लाख 85 हजार से अधिक श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं। बारिश और ठंड के बावजूद भी भक्तों का उत्साह कम नहीं हो रहा है। भक्त तमाम मुश्किलों से जूझते हुए बाबा के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
केदारनाथ धाम में मंगलवार से शुरू हुई बर्फबारी और बारिश रूकने का नाम नहीं ले रही है। धाम की पहाड़ियों में बर्फ गिर रही है तो धाम में बारिश होने से ठंड का प्रकोप भी बढ़ गया है। लगातार हो रही बर्फबारी और बारिश से अब तीर्थयात्रियों की परेशानियां भी बढ़ गयी हैं, जिसको लेकर जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ जुट गया है। धाम के तापमान में भारी गिरावट महसूस की जा रही है। ठंड का प्रकोप बढ़ने से तीर्थयात्रियों से सावधानी के साथ पैदल यात्रा करने की सलाह दी जा रही है। तीर्थयात्रियों के लिए प्रशासन की ओर अलाव और गर्म पानी की भी व्यवस्था की गई है।
वहीं लगातार हो रही बारिश के कारण गौरीकुण्ड-केदारनाथ 19 किमी पैदल मार्ग में जगह-जगह पहाड़ी से बोल्डर और मलबा गिर रहा है, जिसको साफ करने को लेकर डीडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ पुलिस के जवान मुस्तैदी से जुटे हुए हैं। पैदल मार्ग पर मलबा और बोल्डर गिरने पर मजदूरों की मदद से रास्ते को साफ करवाया जा रहा है। बुधवार को पैदल मार्ग के भीमबली व जंगलचट्टी के पास पहाड़ी से बड़े-बड़े बोल्डर गिरने के बाद डीडीआरएफ की टीम ने मजदूरों की मदद से पैदल मार्ग को साफ करवाया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने बताया कि केदारनाथ धाम सहित पैदल यात्रा पड़ावों में बारिश हो रही है। तीर्थयात्रियों के लिए ठंड से बचाव को लेकर अलाव की व्यवस्था की गई है, जबकि स्वास्थ्य खराब होने पर त्वरित गति से राहत पहुंचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि पैदल मार्ग से लेकर धाम तक तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को लेकर आईटीबीपी, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ, होमगार्ड, पीआरडी व पुलिस के जवान तैनात हैं। उन्होंने बताया कि यात्रियों की लगातार आवाजाही जारी है। प्रशासन की ओर से सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। यात्रियों से अपील की जा रही है की वह तेज़ बारिश में यात्रा करने से बचें और सुरक्षित स्थानों पर ठहरें। यात्रियों के लिए प्रशासन ने गर्म पानी के साथ ही अलाव की भी व्यवस्था की है।