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घर से 10 हजार चुराने पर बाप ने अंकित को उतारा मौत के घाट, गिरफ्तार

उधमसिंह नगर। उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जनपद स्थित रुद्रपुर शहर में बीते रोज एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक 15 वर्षीय किशोर अंकित गंगवार की बेरहमी से हत्या कर दी गई। पहले तो यह हत्या की गुत्थी उलझी हुई मालूम हो रही थी, लेकिन पुलिस की बारीकी से की गई जांच के बाद जो सच्चाई सामने आई, वह बेहद चौंकाने वाली निकली। इस जघन्य हत्याकांड का आरोपी और कोई नहीं बल्कि खुद मृतक अंकित का पिता निकला।

रुद्रपुर के सिडकुल क्षेत्र में बीते मंगलवार को झाड़ियों में एक किशोर का शव बरामद हुआ था। मृतक की पहचान आजाद नगर ट्रांजिट कैंप निवासी अंकित गंगवार पुत्र देवदत्त गंगवार के रूप में हुई। मृतक की मां आरती गंगवार की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। लेकिन जैसे-जैसे पुलिस ने मामले की परतें खोलीं, शक की सुई सीधे पिता पर जा टिकी।
एसपी क्राइम निहारिका तोमर ने प्रेस वार्ता के दौरान इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि मृतक का पिता देवदत्त गंगवार ही इस हत्या का मुख्य आरोपी है। पुलिस जांच में सामने आया कि देवदत्त अपने बेटे अंकित की आदतों से काफी परेशान था। खासतौर पर उसकी चोरी की आदतों से वह मानसिक रूप से बेहद तनाव में था।
हत्या से एक दिन पहले ही अंकित ने घर से 10 हजार रुपये चुरा लिए थे। इस घटना से क्षुब्ध होकर देवदत्त ने हत्या की योजना बना डाली। सोमवार को उसने बेटे को साइकिल पर स्कूल छोड़ने के बहाने सिडकुल ले गया, और सुनसान इलाके में ले जाकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। बाद में शव को झाड़ियों में फेंक दिया।

हत्या के बाद रचा नाटक

हत्या को अंजाम देने के बाद देवदत्त ने फैक्टरी जाकर खुद ही अपने भतीजे को फोन कर घटना की सूचना दी, जिससे शक न हो और मामला अज्ञात दिशा में चला जाए। लेकिन पुलिस की सघन जांच में कई विरोधाभासी बातें सामने आने लगीं। सबसे अहम बात यह थी कि स्कूल छोड़ने के बाद भी देवदत्त की लोकेशन अंकित के साथ ही ट्रेस हुई थी।

मां की तहरीर से शुरू हुआ केस

मूल रूप से ग्राम खखूमा, थाना बरखेड़ा, जिला पीलीभीत (उत्तर प्रदेश) की निवासी और वर्तमान में रुद्रपुर के आजाद नगर ट्रांजिट कैंप में रह रही आरती गंगवार ने पुलिस को बताया कि उसके पति ने मंगलवार सुबह लगभग 8 बजे बेटे को गुरुकुल स्कूल छोड़ने के लिए घर से निकला था। दोपहर करीब 1 बजे पड़ोसी जीतू कंपनी पहुंचा और सूचना दी कि सिडकुल की रिद्धि सिद्धि कंपनी के पास झाड़ियों में अंकित का शव पड़ा है।

शव की हालत देख कांप उठी मां

जब आरती मौके पर पहुंची तो बेटे की हालत देख दंग रह गई। अंकित की दोनों आंखें बुरी तरह कुचली हुई थीं, शरीर की खाल उधड़ी हुई थी और उसकी शर्ट से उसका गला कसकर बांधा गया था। यह दृश्य इतना भयावह था कि वहां मौजूद हर शख्स सिहर उठा।

पुलिस ने किया गिरफ्तार, भेजा जेल
पूरे घटनाक्रम की जांच सबूतों के आधार पर पुलिस ने देवदत्त को गिरफ्तार कर लिया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

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