श्रीनगर। ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे-7 फरासु के पास खतरे की जद में आ गया है। यहां अलकनन्दा नदी पर बनी झील के कटाव के कारण नेशनल हाईवे का करीब 50 मीटर हिस्सा नदी में समा गया। ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे कई पहाड़ के जिलों की लाइफ लाइन है। फिलहाल लोक निर्माण विभाग हाईवे की टूटे हुए हिस्से की मरम्मत में लगा हुआ है।
श्रीनगर नगर पालिका के पूर्व वार्ड मेंबर जितेंद रावत ने कहा कि जो हिस्सा नदी में समाया है, उसको लेकर कई बार लोक निर्माण विभाग को शिकायत की गई थी, लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया और धीरे-धीरे ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे का करीब 50 मीटर अलकनन्दा नदी में समा गया।
जितेंद रावत का ये भी कहना है कि यदि समय रहते ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर ध्यान दिया जाता तो इस कटाव का आसानी से ट्रीटमेंट भी होता जाता है, लेकिन लेकिन अब झील के कटाव से पूरी सड़क ही नीचे आ गयी है, जो भविष्य के लिए अच्छे संकेत नहीं है।
बता दें कि बदरीनाथ और केदारनाथ धाम जाने के लिए श्रद्धालु इस हाईवे से गुजरते है। वहीं ये हाईवे रुद्रप्रयाग और चमोल जिले को सीधे ऋषिकेश, हरिद्वार और राजधानी देहरादून से जोड़ता है। वहीं इस हालत को लेकर जब लोक निर्माण विभाग खंड एनएच के सहायक अभियंता गर्विता पांडेय से बात की गई तो झील के पानी के कटान के चलते हाईवे करीब 50 मीटर नदी में समा गया। टूटे हुए हिस्से को सही करने का प्रयास किया जा रहा है।