पौड़ी। कौड़ियाला के समीप हुई बस दुर्घटना के 11 घायलों का एम्स ऋषिकेश में इलाज जारी है। एम्स अस्पताल प्रशासन द्वारा घायलों के बेहतर इलाज के लिए ट्रामा सर्जन डाॅक्टरों सहित इमरजेन्सी मेडिसिन के डाॅक्टरों की टीम गठित की गई है। सभी की हालत में सुधार है और चिकित्सकों की टीम घायलों के स्वास्थ्य की लगातार माॅनेटेरिंग कर रही है।
बीते मंगलवार की सुबह ऋषिकेश-बद्रीनाथ मार्ग पर शिवपुरी के निकट तीर्थयात्रियों से भरी एक बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस सड़क दुर्घटना में 12 लोग घायल हो गए थे, जिन्हें उपचार हेतु 108 सेवा की मदद से एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया। लेकिन इनमें से एक यात्री बालाराजू उम्र (70 वर्ष) ने ट्राॅमा सेन्टर पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया था।
जानकारी देते हुए संस्थान के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने बताया कि घायलों का इलाज कर रहे चिकित्सकों के अनुसार उपचार हेतु भर्ती किए गए घायलों में 7 पुरूष और 4 महिलाएं शामिल हैं। यह सभी तेलंगाना राज्य के रहने वाले हैं और बीते रोज मंगलवार को बद्रीनाथ यात्रा से लौट रहे थे। घायलों में नरला स्वरप्पा उम्र 62 वर्ष, प्रभाकर 68 वर्ष, उमा महेश्वर 42 वर्ष, राजेन्द्र प्रसाद उम्र 53 वर्ष, रामाकृष्णा उम्र 26 वर्ष, के. दिनेश उम्र 41 वर्ष, सुभाष उम्र 45 वर्ष, धन लक्ष्मी उम्र 65 वर्ष, जया राधा उम्र 75 वर्ष, पी. लता उम्र 48 वर्ष और प्रियंका उम्र 34 वर्ष शामिल हैं। इनमें से कुछ घायलों के कन्धे और हाथ-पैर की हड्डियों में फ्रेक्चर पाया गया है। आवश्यक मेडिकल जांचों के बाद सभी का ट्राॅमा सेन्टर में उपचार जारी है।
उल्लेखनीय है कि घटना की सूचना मिलने पर बीते रोज चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर संजीव कुमार मित्तल ने अस्पताल प्रशासन के अधीनस्थ अधिकारियों के साथ ट्राॅमा सेन्टर पहुंचकर घायलों का हाल-चाल जाना था और उनके समुचित इलाज के बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे। प्रोफेसर मित्तल ने बताया कि दूसरे राज्य के तीर्थयात्री होने के कारण घायलों के खाने-पीने आदि की व्यवस्था अस्पताल प्रशासन द्वारा की जा रही है। साथ ही उनकी अन्य आवश्यक मदद और सेवा कार्यों के लिए 4 सेवावीरों की ड्यूटी लगाई गई है। ताकि इलाज के अलावा सेवाभाव के आधार पर घायलों की अन्य आवश्यक मदद भी की जा सके। उन्होंने बताया कि घायलों के समुचित इलाज के लिए ट्राॅमा इमरजेन्सी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर कमर आजम के नेतृत्व में विशेषज्ञ डाॅक्टरों की टीम गठित की गई, है जो घायलों के स्वास्थ्य की लगातार निगरानी कर रही है। इस टीम में प्रो. आजम के अलावा डाॅ. भास्कर सरकार, डाॅ. नीरज कुमार सहित ट्राॅमा विभाग के अन्य डाॅक्टर व नर्सिंग ऑफिसर शामिल हैं।