
पिथौरागढ़। बेरीनाग तहसील मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर पांखू के संगौड़ में दिवाली पर दीये से एक परचून की दुकान में आग लग गई। घटना में कारोबारी को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। गौड़ निवासी आनंद पाठक बीते रात्रि दुकान में दीया जलाकर 200 मीटर दूर अपने घर गए। इसी बीच दीये से दुकान में आग फैल गई। कुछ ही देर में आग ने पूरी दुकान को अपनी चपेट में ले लिया। दुकान के भीतर रखे तीन रसोई गैस सिलेंडर भी फट गए। इससे दुकान की छत भी उड़ गई।
कारोबारी और अन्य ग्रामीणों ने दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। संयोग से आसपास कोई भवन या दुकान नहीं थीं। इससे बड़ा नुकसान होने से बच गया। कारोबारी के मुताबिक उसे इस घटना में चार लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।
बेरीनाग और गंगोलीहाट थल में क्षेत्र में फायर स्टेशन नहीं होने के कारण आग की घटनाओं पर जिला मुख्यालय पर निर्भर रहना पड़ता है। जिला मुख्यालय से फायर के वाहन यहां तक पहुंचने पर पांच घंटे लग जाते हैं। जिससे कभी आग की घटना होने पर फायर स्टेशन का कोई लाभ नहीं मिलता। बेरीनाग में पांच वर्ष पूर्व एक फायर स्टेशन स्वीकृत हुआ था। जिसके लिए भूमि चयन तक हो गया था, लेकिन, अभी तक निर्माण कि कोई कार्रवाई शुरू नही हुई है। लम्बे समय से लोग फायर स्टेशन शुरू करने की मांग कर रहे हैं। सीमांत जिला पिथौरागढ़ में पिछले साल की अपेक्षा इस बार दिवाली पर 40 फीसदी से अधिक पटाखे जले। इसके नुकसान भी सामने आए हैं। कई जगहों पर लोग आतिशबाजी के दौरान झुलस गए। जिले भर में पटाखों से झुलसकर 68 लोग इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे। झुलसे लोगों में 50 से अधिक बच्चे शामिल हैं। हालांकि कोई भी गंभीर तरीके से नहीं झुलसा है। जिला अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक, मंगलवार और बुधवार को पटाखों से झुलसकर बच्चे, युवा, युवतियों सहित 68 लोग अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे। किसी के हाथ और पैर तो किसी का चेहरा पटाखों से झुलस गया है। इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर आशु अवस्थी ने बताया संयोग से कोई भी गंभीर रूप से नहीं झुलसा है। सभी का इलाज कर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।