
नैनीताल। रामनगर में कांग्रेस कार्यालय को लेकर चल रहा विवाद अपने चरम पर पहुंच गया है। कांग्रेस के पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने यह आरोप लगाया कि उनके खिलाफ पार्टी के सुपारी किलर की ओर से सुनियोजित साजिश रची जा रही है। जिसके लिए खास नैरेटिव तैयार किया जा रहा है।
पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीते दिनों जो घटना हुई, उसके बाद कुछ तथाकथित पार्टी के ही कुछ लोग सुपारी किलर से मिलकर उनके खिलाफ माहौल बना रहे हैं। जो लोग खुद अवैध शराब, जुआ, सट्टा और वसूली में लिप्त है, वो आज मेरे खिलाफ नैरेटिव सेट कर रहे हैं।
रणजीत रावत ने आरोप लगाया कि वो रामनगर का माहौल बिगाड़ रहे हैं। उनका कहना है कि गैंग से जुड़कर ये लोग न सिर्फ अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं। बल्कि, कालाढूंगी कांड के मुख्य जनक भी हैं। रामनगर के कई घरों की चिराग बुझाने वाले लोग हैं। अब ये राजनीतिक संरक्षण पाकर व्यापारियों और आम जनता में भय फैलाने का काम कर रहे हैं।
पूर्व विधायक रणजीत रावत ने आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यालय पर कब्जे की कार्रवाई पूरी तरह एकतरफा थी। पुलिस प्रशासन ने बिना किसी नोटिस के जबरन कब्जा करवा दिया। उन्होंने कहा कि ये पूरी कार्रवाई बिना नोटिस के की गई है, जो कानून के खिलाफ है। इसे कोर्ट में चुनौती दी जाएगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने यूपी के अराजक तत्वों के साथ मिलकर ये कब्जा करवाया है। वहीं, रणजीत सिंह रावत ने अपने समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर आगे की रणनीति बनाई। उनका कहना है कि यह केवल कांग्रेस कार्यालय पर कब्जा नहीं, बल्कि लोकतंत्र और कानून के खिलाफ साजिश है।
रणजीत रावत ने कहा कि रामनगर के व्यापारी और आम लोग समझें कि अगर आज इस तरह के लोगों को संरक्षण मिला तो कल को कोई भी गुंडा आकर किसी की दुकान पर कब्जा कर लेगा और प्रशासन मूकदर्शक बना रहेगा।