श्रीनगर। लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर गढ़वाल संसदीय सीट पर सियासत तेज हो गई है। गढ़वाल संसदीय सीट से बीजेपी सांसद तीरथ सिंह रावत एक बार फिर से मोदी मैजिक चलने का दावा कर रहे हैं और अपनी मजबूत दावेदारी भी पेश कर रहे हैं, लेकिन इस बार बीजेपी के लिए गढ़वाल सीट पर टिकट देना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है।
वर्तमान परिस्थितियों को देखें तो दो पूर्व मुख्यमंत्री जिनमें तीरथ सिंह रावत और त्रिवेंद्र सिंह रावत शामिल हैं, जो आगामी लोकसभा चुनाव में अपने दावेदारी पेश कर रहे हैं। बीजेपी के ही नेता वीरेंद्र जुयाल ने भी लोकसभा चुनाव के लिए अपनी दावेदारी पेश कर दी है। इतना ही नहीं जुयाल भी लगातार गढ़वाल सीट पर भ्रमण कर अपनी दावेदारी मजबूत करते नजर आ रहे हैं।
इसके अलावा बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीप्ति रावत भी इस सीट पर सक्रिय दिख रही हैं। बता दें कि बीजेपी से कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की भी ये लोकसभा सीट रह चुकी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी आने वाले दिनों में किसे टिकट देती है। हालांकि, सभी बीजेपी नेताओं को कहना है कि हाईकमान जो भी फैसला लेगा, उस आदेशों का वो पालन करेंगे।
फिलहाल, तीरथ सिंह रावत, त्रिवेंद्र सिंह रावत और वीरेंद्र जुयाल तीनों लगातार गढ़वाल सीट पर भ्रमण कर अपनी दावेदारी मजबूत कर रहे हैं। अब देखना होगा कि बीजेपी का हाईकमान आगामी लोकसभा चुनाव में इन तीनों में से किसको अपना प्रत्याशी नामित करता है या फिर किसी अन्य चेहरे पर हाईकमान मुहर लगाकर सरप्राइज देगा।
वर्तमान सांसद तीरथ सिंह रावत कहते हैं कि गढ़वाल लोकसभा सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में विकास कार्य हो रहे हैं। ऋषिकेष कर्णप्रयाग रेल लाइन बन रही है और सड़कों का जाल चारों धामों तक पहुंचा है। ग्रामीण इलाकों तक सड़कें पहुंच गई। उन्होंने आगे कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर उनकी तैयारी पूरी है, लेकिन फाइनल फैसला पार्टी का होगा। अगर मौका दिया गया तो गढ़वाल लोकसभा सीट पर बीजेपी जीत दर्ज करेगी।