देहरादून। आजाद भारत में जवाहर लाल नेहरू के बाद नरेंद्र मोदी तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेने वाले है। एनडीए सरकार के शपथ ग्रहण की तैयारियां भी भव्य रूप से शुरू हो गई है।
तीसरी बार 18वीं लोकसभा के लिए नरेंद्र मोदी पीएम पद की शपथ लेने जा रहे है। लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्ष के करारे प्रहार के बाद भी बीजेपी एक बार फिर से सत्ता में काबिज होने जा रहे हैं। हालांकि बिहार के सीएम नीतीश बाबू और चंद्रबाबू नायडू के समर्थन के बगैर बीजेपी को सरकार बनाना मुश्किल था, लेकिन इन दोनों नेताओं ने एनडीए गठबंधन का धर्म निभाया और पीएम मोदी के नेतृत्व को खुले मंच से स्वीकार कर अपना समर्थन दिया। विपक्ष की लाख कोशिशों के बाद आज एक बार नरेंद्र मोदी पीएम बनने जा रहे है। हालांकि आने वाले दिनों में बीजेपी के लिए असंतुष्ट गुटों को भी साधना एक टेड़ी खीर साबित होगा। वहीं इस बार 2014 व 19 के कार्यकाल के मुकाबले मोदी को मजबूत विपक्ष को झेलना पड़ेगा। दो बार के कार्यकाल के बाद इस बार विपक्ष मजबूत हुआ है। ऐसे में एनडीए सरकार चलाने के लिए नरेंद्र मोदी के सामने कई बड़ी चुनौतियां खड़ी है। जिनका उन्हें सामना करना पड़ रहा है। वहीं विपक्ष भी एनडीए सरकार को किसी भी मुद्दे पर आसानी से नहीं छोड़ेगा इस बात का भान तीसरी बार पीएम बनने जा रहे मोदी को भी है। देखते ही आने वाले समय में पीएम मोदी और विपक्ष में से कौन किस पर भारी पड़ता दिखाई देगा।