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*स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय जौलीग्रांट व आईएसटीडी के बीच एमओयू*

*स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय जौलीग्रांट व आईएसटीडी के बीच एमओयू*

*-विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को मिलेगा इसका फायदा, मिलेगी इंडस्ट्री ट्रेनिंग*
*-कुलसचिव डॉ.मुकेश बिजल्वाण और आईएसटीडी देहरादून के चेयरपर्सन अनूप कुमार ने एमओयू पर किए हस्ताक्षर*
डोईवाला- स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय जॉलीग्रांट और इंडियन सोसाइटी फॉर ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट (आईएसटीडी) देहरादून शाखा अब उद्योग जगत के साथ बेहतर तालमेल बनाकर कार्य करेंगे। दोनों संस्थानों के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
गुरुवार को स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जौलीग्रांट के अध्यक्ष डॉ.विजय धस्माना के दिशा-निर्देशन में कुलपति डॉ.राजेंद्र डोभाल की मौजूदगी में कुलसचिव डॉ.मुकेश बिजल्वाण और आईएसटीडी देहरादून के चेयरपर्सन अनूप कुमार ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर कुलपति डॉ. राजेन्द्र डोभाल ने कहा कि यह एमओयू विश्वविद्यालय के उद्योग जगत के साथ बेहतर तालमेल और सहयोगात्मक प्रयास की तरफ एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके तहत सेमिनार, कार्यशाला और औद्योगिक प्रशिक्षणों के आयोजनों के माध्यम से छात्रों को उद्योग और शैक्षणिक जगत के बीच की दूरी को कम करने के अवसर मिलेंगे। इसके अतिरिक्त उन्हें गतिशील व्यावसायिक पटल पर हो रहे परिवर्तनों के अनुसार खुद को तैयार करने का मंच उपलब्ध होगा। कुलसचिव डॉ.मुकेश बिजल्वाण ने कहा की इस समझौते के माध्यम से उद्योग जगत विश्वविद्यालय के फैकल्टी सदस्यों की विशेषज्ञता और ज्ञान का लाभ उठा सकेगा, जिससे न केवल उद्योग की गुणवत्ता और कार्यक्षमता में सुधार होगा, बल्कि विश्वविद्यालय के शिक्षण और शोध कार्य को भी नई प्रेरणा मिलेगी। इससे अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में दोनों संस्थाओं के बीच एक गहरा और सार्थक सहयोग स्थापित हो सकेगा, जिससे नवीन तकनीकों और समाधानों की खोज में मदद मिलेगी। कार्यक्रम का समन्वय डॉ.अपूर्व त्रिवेदी ने किया। इस अवसर पर आईएसटीडी की ओर से दिनेश शर्मा, डॉ.अविनाश चंद्र जोशी, सौम्या बेनीवाल सहित डॉ.बिंदु डे, डॉ अमजद हुसैन, डॉ.मोहित वर्मा, प्रतीक ध्यानी उपस्थित रहे।

*एसआरएचयू से जुड़े हैं देश-दुनिया के कई नामी प्रतिष्ठित संस्थान*

स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के साथ देश-दुनिया के नाम प्रतिष्ठित शैक्षणिक व व्यवसायिक संस्थान जुड़े हैं। इसमें बिजनेस कॉलेज (आईबीसी) डेनमार्क, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) रुडक़ी, ग्लोबल हेल्थ एलायंस (जीएचए) यूनाइडेट किंगडम, लौरिया फिनलैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ एपलाइड साइंसेज, जर्मनी की रॉसटॉक यूनिवर्सिटी, उत्तराखंड सरकार के अधीन उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (यूसैक), हिमाचल प्रदेश पालमपुर में स्थित सीएसआईएर- इंस्टिट्यूट ऑफ हिमालयन बायोरिसोर्स टेक्नोलॉजी सहित कौशल विकास के क्षेत्र में काम कर रहे लर्न-इट जैसी नामी संस्थान शामिल हैं।

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