ऋषिकेश: दशम पातशाह श्री गुरू गोबिंद सिंह जी महाराज का प्रकाश पर्व मनाए जाने एवं निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने के संबंध में ऋषिकेश नगरवासियों की बैठक आज गुरूद्वारा परिसर में आहुत की हुई। शहर के सभी वर्गों के सम्मानित व्यक्तियों ने बैठक में अपनी उपस्थिति दर्ज करते हुए अपने-अपने विचार सांझा किए।
गुरूद्वारा ट्रस्ट के अध्यक्ष, सरदार नरेन्द्रजीत सिंह बिन्द्रा ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए बताया कि गुरू महाराज जी का प्रकाश पर्व दिनांक 06 जनवरी 2025 को गुरूद्वारा श्री हेमकुण्ट साहिब, लक्ष्मण झूला रोड़, ऋषिकेश में धूमधाम से मनाया जाएगा। गुरूपर्व के उपलक्ष में 29 दिसम्बर 2024, दिन रविवार, प्रातः 10 बजे से सायं 4 बजे तक निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन किया जाएगा। उन्होंने महत्वपूर्ण जानकारी दी कि शिविर में अपनी सेवाएं प्रदान करने वाले विशेषज्ञ चिकित्सकों से, जरूरतमंद अपने स्वास्थ्य की जांच कराके स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। ट्रस्ट द्वारा दवाईयां भी निःशुल्क दी जाएंगी तथा बे्रस्ट स्क्रीनिंग व आधुनिक मशीनों से बच्चेदानी में सर्वाईकल कैंसर स्क्रीनिंग, कालपोस्कोपी की सुविधा के साथ-साथ आवश्यकतानुसार एक्स-रे, ई.सी.जी, लीवर टेस्ट व अन्य टेस्ट भी कराए जाएंगे। रक्तदान के इच्छुक व्यक्तियों के लिए रक्तदान करने की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। शिविर के लिए पंजीकरण दिनांक 25, 26 व 27 दिसम्बर तक, सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक करा सकते हैं।
बैठक में उपस्थित सभी व्यक्तियों ने गुरूपर्व एवं स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाने से संबंधित कार्यक्रमों की सराहना की तथा पूर्ण सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर हर्षवर्धन शर्मा, मदनमोहन शर्मा, एस0एस0 बेदी, मंगा सिंह, विनय उनियाल, राजेन्द्र सेठी, महंत बलबीर सिंह, नवल कपूर, प्रेम सिंह डंग, गगन बेदी, गुरबचन सिंह, बिमला रावत, सुभाष कोहली, विरेन्द्र शर्मा, विक्की सेठी, उशा रावत, विनोद शर्मा, एस0 एन0 डोभाल एवं गुरूद्वारा ट्रस्ट के कर्मचारी गण भी उपस्थित रहे।
बिन्द्रा ने बैठक में आये समस्त गणमान्य व्यक्तियों का धन्यवाद करते हुए जरूरतमंदों को स्वास्थ्य शिविर का लाभार्थी बनने हेतु आग्रह किया। साथ ही नगरवासियों एवं आसपास के क्षेत्रों की समस्त संगतों को प्रकाश पर्व के अवसर पर गुरू दरबार में उपस्थिति दर्ज करने हेतु आमंत्रित किया। पूर्व वर्ष इस मेडिकल कैम्प में लगभग तीन हज़ार व्यक्ति लाभार्थी थे ।